Farmers pelted stones, police resorted to lathicharge

Farmer's Protest: किसानों ने किया पथराव, पुलिस ने भांजी लाठियां

Farmers pelted stones, police resorted to lathicharge

Farmers pelted stones, police resorted to lathicharge

Farmers pelted stones, police resorted to lathicharge- जींद। जिले की पंजाब सीमा पर भी पुलिस व किसानों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। पंंजाब की तरफ बॉर्डर पर पुलिस द्वारा सडक़ के बीच में गाड़ी गई कील किसान निकाले लगे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन से पानी की बारिश करनी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस द्वारा लोगों को खदेडऩे के लिए हल्का लाठीचार्ज भी किया गया। किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान को देखते हुए जींद पुलिस पंजाब के साथ लगते दातासिंह वाला बॉर्डर पर पूरी तरह से अलर्ट है। यहां पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है।

दातासिंह वाला बॉर्डर पर लगातार आसु गैस गोले छोडऩे, धुआं उठने, लाठियां चलने तथा पत्थरीबाजी की आवाज आ रही है। इस पत्थरबाजी व लाठीचार्ज में पांच पुलिस कर्मचारी घायल हो गए। कुछ किसानों को भी चोट आई है। घायल पुलिस कर्मचारियों को नागरिक अस्पताल नरवाना में दाखिल करवाया गया है, जबकि किसानों को दूसरे किसान किसी अन्य अस्पताल में ले गए।

दातासिंह वाला बॉर्डर पर दो बजे तक स्थिति ठीक थी, लेकिन इसके बाद हालात खराब होते चले गए। पंजाब से काफी संख्या में किसान यहां पहुंच गए और सडक़ पर लगाई कीलों को उखाडऩा शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन से पानी बरसाना शुरू कर दिया। उधर किसानों ने भी पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस झड़प में पांच पुलिस कर्मचारी हो गए जबकि कुछ किसान भी घायल हुए हैं। पुलिस कर्मचारियों को नागरिक अस्पताल नरवाना में दाखिल करवाया गया है। वहीं किसानों का पता नहीं चला कि वह घायल होने के बाद किस अस्पताल में गए हैं। किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा जा रही है। खेतों में किसानों का लगातार पुलिस पीछा कर रही है। हालत अब बेकाबू होते जा रहे हैं। 

वहीं जिला प्रशासन ने झांझ गांव के पास स्थित शुगर मिल को अस्थाई जेल बना दिया गया है। महानिदेशक जेल द्वारा आदेश दिए गए हैं कि चीनी मिल को अस्थायी तौर पर जेल बना दिया गया है। यहां पर डॉ. मनदीप, औषधाकारक, पवन जैन जेल उपाधीक्षक के साथ सामंजस्य स्थापित कर अस्थायी जेल में ड्यूटी करेंगे।

दातासिंह वाला बॉर्डर को अभेद्य किला बनाने के लिए पुलिस टीमें एक सप्ताह से लगी हुई हैं। यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तथा ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पुलिस ने बॉर्डर को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है। यहां पर सडक़ के बीच कील गाड़ दी गई हैं ताकि ट्रैक्टरों को आने से रोका जा सके।

सीमा पर बनाया पक्का मोर्चा

सीमा पर बड़े-बड़े पत्थर रखकर उनके बीच सीमेंट का घोल डालकर पक्का मोर्चा बना दिया गया है। अंबाला में आंसू गैस के गोले चलने के बाद अब पूरा ध्यान प्रशासन का दातासिंह वाला बॉर्डर पर ही था क्योंकि पंजाब से दिल्ली जाने के यही दो मुख्य मार्ग हैं। यहां पर दो आईपीएस तथा 10 डीएसपी मोर्चा संभाले हुए हैं। पुलिस का प्रयास है कि किसान किसी भी तरह से बॉर्डर क्रॉस नहीं कर पाएं। यदि किसान यह बॉर्डर क्रॉस कर गए तो फिर उनको दिल्ली पहुंचने से रोकना मुश्किल हो सकता है।  दातासिंह वाला बॉर्डर पर पंजाब की तरफ पुलिस ने लोहे की कील गाड़ दी हैं। इनको तीन लेयर में गाड़ा गया है ताकि ट्रेक्टर आएं तो यहीं पंक्चर होकर रुक जाएं। इसके अलावा सडक़ के दोनों तरफ बड़े-बड़े अलग से पत्थर रखे गए हैं ताकि जरूरत पडऩे पर इनको और अधिक मजबूती के साथ लगाया जा सके। ड्रोन को बॉर्डर से लगभग एक किलोमीटर पंजाब की तरफ उड़ाया जा रहा है ताकि पहले ही पता लग सके कि कितने किसान कितने वाहनों में आ रहे हैं।

 

ये भी पढ़ें...

प्रदर्शनकारी किसानों ने शंभू सीमा पर लगे बैरिकेड्स को हटाकर क्षतिग्रस्त किया